करवाचौथ के समय बरतनी होंगी ये सावधानियां
ये पर्व इस बार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा. हिंदू महिलाओं के लिए ये पर्व सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। सुहागन महिलाओं का सबसे पवित्र पर्व करवाचौथ कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्थी को मनाया जाता है।
ये व्रत महिलाएं अपने पति के लिए रखती है और इसका आरम्भ वो ब्रह्ममुहूर्त में सरगी खाकर करती हैं। इस बार करवाचौथ में 11 साल बाद राजयोग भी बन रहा है, इस बार हो रहे करवाचौथ को इन शुभ योग की वजह से काफी शुभ भी माना जा रहा है।
ऐसे मैं हम आपको कुछ ऐसी सावधानियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको इस दौरान बरतने की जरूरत है। वर्ना अपशगुन भी हो सकता है।
करवाचौथ के दौरान रखें इन चीज़ों का ध्यान
इस बात का ध्यान रहे की इस बार करवाचौथ पर शुभ योग के दौरान आप काला या सफेद रंग का कपड़ा भूलकर भी ना पहने क्योंकि सुहागन महिलाओं के लिए काफी अशुभ माना जाता है. इसकी वजह से ओजस्विता भी कम होने लगती है।
इसके आलवा जिस बात का आपको ध्यान रखने की जरूरत है वो है इस व्रत की शुरुआत आपको शांत मन से करनी चाहिए. अगर इस व्रत के दिन घर में शांति और सद्भाव बना हुआ हो तो ऐसे में माता लक्ष्मी भी काफी ज्यादा प्रसन्न होती है।
इसके अलावा आपको इस दिन हर तरह के वाद-विवाद और कलह से दूरी बनाए रखना चाहिए. यहाँ तक की कोई भी सुहागन को बुरा भला कहने की गलती तो बिलकुल भी ना करें।
इस दिन महिलाओं को सुहागन की सामग्री चूड़ी, बिंदी, सिंदूर आदि जैसी चीजों का दान करना चाहिए, ध्यान रहे कि सुहागन की ऐसी निशानियों को भूलकर भी कचरे में ना डालें. इस दिन आपको अपना पूरा श्रृंगार अच्छे से करना चाहिए।
महिलाएं करें सुहागन की चीज़ों का दान-
ध्यान रहे इस दिन सुहागन महिला दान में दूध, दही, चावल जैसी सफ़ेद चीज़ों का दान ना करें. सफेद रंग का संबंध चंद्रमा से भी किया जाता है और कहा जाता है कि सफेद चीज का दान चंद्रमा को नाराज करता है जिससे कि वो अशुभ फल देता है।
अगर आप इन सभी चीज़ों का ध्यान नहीं रखेंगे तो करवा माता रुष्ट हो जाती है और आपको इसका बुरा परिणाम भी भुकतना पड़ सकता है।